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नवगीत चर्चा
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गुरुवार, 1 जुलाई 2021
नवगीत चर्चा में प्रस्तुत हैं मुकेश अनुरागी जी के नवगीत प्रस्तुति : वागर्थ सम्पादक मण्डल
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बिटिया जब भी घर से निकलो बैग में चाकू रखना : मुकेश अनुरागी _____________________________________ वागर्थ प्रस्तुत करता है डॉ मुकेश अनुरागी ज...
6 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 25 जून 2021
नवगीत चर्चा में रमेश गौतम प्रस्तुति : वागर्थ
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अपने समय की शिनाख्त करते नवगीतकार रमेश गौतम _________________________________________ इस समय को क्या हुआ __________________ टि...
नवगीत चर्चा में कवि उद्भ्रान्त के नवगीत प्रस्तुति : वागर्थ
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एक और मैं मेरे भीतर से उभरा :कवि उद्भ्रान्त _ _____________________ वागर्थ में आज पूरी तरह नवगीत को समर्पित समूह वागर्थ अब इंटर...
नवगीत चर्चा में प्रस्तुत हैं कवि श्याम निर्मम प्रस्तुति : वागर्थ
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भावनात्मक रिश्तों का स्थायी सेतु: - सन्दर्भ डॉ श्याम निर्मम के दो अनुत्तरित पत्र पोस्ट प्रेषण के ठीक पहले तक मेरे अवचेतन में यह विचार स...
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021
रविशंकर पांडेय जी का एक नवगीत
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नीचे से ऊपर तक खोटा सिक्का खनक रहा: डॉ रविशंकर पाण्डेय __________________ उत्तर प्रदेश सिविल सेव...
एक पोस्ट दो नवगीत
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तकरीबन डेढ़ दशक पहले लिखे गए इन तीन गीतों को आप सभी आत्मीय मित्रो के साथ साझा कर रहा हूँ। मेरे कुछ बहुत ही आत्मीय ...
गिरी मोहन गुरु के नवगीत भाग दो
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वरिष्ठ साहित्यकार गिरिमोहन गुरू के रचना संसार की एक और संक्षिप्त झलक: नाव वाले हाथ में है जाल प्रस्तुति और टिप्पणी मनोज जैन इसमें कोई सं...
गिरी मोहन गुरु के नवगीत
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मन्त्रोच्चार आदि भारत को भार लगे होने:गिरी मोहन गुरू के नवगीत का एक अंश विगत अनुभवों को,नये संयोजन क...
योगेंद्रदत्त शर्मा भाग दो
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भाग एक लिंक 【https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=388064229259594&id=100041680609166】 ------ भाग दो【क्रमशः】 _________...
योगेंददत्त शर्मा भाग एक प्रस्तुति : वागर्थ
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भाग- 1.क्रमशः _____ जाल में हमेशा सत्यव्रती फंसते:-डॉ योगेन्द्रदत्त शर्मा जी के एक नवगीत के बहाने के नवगीतों पर चर्चा की पूर्व ...
दो प्रेम गीत प्रस्तुति: वागर्थ
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रूठी तो भाव अबोला-सा आ धीरे से पुचकार गया पैच-अप और ब्रेक-अप पर दो प्रेम गीत: ______________________________ __________ मनोज जैन ठीक से तो ...
सुधाकर शर्मा जी का एक गीत और टिप्पणी
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पण्डित सुधाकर शर्मा जी के एक गीत के बहाने गीत में प्रयुक्त भाषा पर चर्चार्थ एक संक्षिप्त टीप ____________________________ टिप्पणी मनोज जैन य...
रघुवीर शर्मा जी की कृति पर चर्चा प्रस्तुति : वागर्थ
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हुकुम करें सरकार के बहाने रघुवीर शर्मा जी के गीतों पर एक चर्चा और वरेण्य रचनाकारों से कुछ प्रश्न मनोज जैन इस समय मेरे हाथ में ध...
राजेन्द्र शर्मा अक्षर भाग दो टिप्पणी प्रस्तुति : वागर्थ
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भाग 2 समापन किश्त -------------------- एक बार में पूरा-पूरा जुड़ न सकेगा मन:राजेन्द्र शर्मा अक्षर के नए नौ नवगीत _______________...
राजेन्द्र शर्मा अक्षर भाग एक
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लक्ष्य पर ही ध्यान देकर बाण,छोड़ो पार्थ:-राजेंद्रशर्मा अक्षर की एक गीति रचना __●__ प्रस्तुति मनोज जैन _________ राज...
महेश अनघ जी के एक नवगीत पर टीप
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इस तरह निर्वाह लो तुम जिंदगी को फूल जैसे शूल को निर्वाहता है:महेश अनघ पता नहीं क्यों, कीर्ति शेष महेश अनघ जी के गीत की यह पंक्ति...
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