नाम-डाॅ अरुण तिवारी गोपाल
उपनाम-गोपाल
शिक्षा-एम एस सी(भौतिकी), एम ए
( हिन्दी ,संस्कृत ), पी एच डी, नेट,
जन्मदिन-29अगस्त,
1973, ग्राम- कुढ़ावल ,पो -देरापुर,जिला - -कानपुर देहात
व्यवसाय-अध्यापन
कृतियाँ-उत्तरछायावादी काव्य धारा (523पृष्ठ का,शोध ग्रन्थ,2009),पसीजे तुम नहीं क्यों (नवगीत/गीत संग्रह, 2012),तुलसीदास के निराला और मानसमेरु के मंजुल(समीक्षा कृति,2011),साहित्य की असाहित्यिक गतिविधियां(निबंध संग्रह),सुमिरन(चुने हुए छायावादी गीत अद्यतन),द अन्डरलाइन पत्रिका के गीत विशेषांक) का सम्पादन ,विभिन्न राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में नवगीत, गीत, गजलें, लेख, समीक्षा, समालोचना के शताधिक पत्रों में उपस्थिति।
सम्मान/उपाधियां-1-पद्मेश प्राच्य विद्यापीठ,कानपुर द्वारा, 1994,'दुर्गा प्रसाददुबे'पुरुष्कार महामहिम राज्यपाल श्री मोतीलाल वोहरा जी के कर कमलों से।
2-पारथ प्रेम समिति उरई द्वारा,' गीत ऋषि' सम्मान 2003
3-औरैया हिन्दी प्रोत्साहन निधि द्वारा 2009में,
4-मानस संगम कानपुर द्वारा, 2017में
5-'संस्कृति वाचस्पति '-कालिदास अकादमी दिल्ली से, 16-12-17को
6-'प्रमोद तिवारी स्मृति सम्मान'महाकवि सारंग जी की संस्था, दीपांजलि से,4/8/18
7-उन्नाव की शब्दगंगा संस्था द्वारा 'शब्द साधक'सम्मान।
8-विवेक भारती'की मनदोपाधि,2020,गोला,खीरी
प्रभृति संस्थाओं द्वारा अन्य पचासों सम्मान, पर असली सम्मान तो सृजन की प्रेरणा है।
सम्पर्क सूत्र-117/69,तुलसीनगर, काकादेव, कानपुर नगर,208025
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