सोमवार, 28 जुलाई 2025

फेसबुक से साभार एक छोटी सी टिप्पणी


कविता सक्सेना जी आपने #बच्चे_होते_फूल_से कृति का सबसे अच्छा उपयोग किया। स्वयं पढ़ कर कृति समीक्षा लिख हमें भेजी और पुस्तक उन बच्चों तक पहुँचा दी जिनके लिए सही मायने में कविताएँ लिखी गईं हैं।
फेसबुक से साभार


बच्चों के बीच बच्चों की कविता
स्कॉलर्स अकेडमी शुजालपुर में आयोजित छोटे बच्चों की काव्य प्रतियोगिता सचमुच मन को भाने वाली प्रस्तुतियाँ बिना झिझक एक्शन के साथ प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। बरसो इस संस्था में काम किया जब भी जाती हूँ मन आनंदित होता है, प्रिंसिपल, डारेक्टर मेम और सहयोगी टीचर्स का प्यार अपनापन मिलता है, हर बार अपनी रचनाओ की किताब मेम को भेंट करती हूँ। इस बार मनोज जैन 'मधुर' जी की बालगीत की पुस्तक "बच्चे होते फूल से" भेंट की; ताकि बाल पाठकों तक पुस्तक पहुँच सके। प्रिंसिपल गीता देशमुख मेम बहुत अच्छी पाठिका है। पुस्तक प्रेमी और आकर्षक व्यक्तित्व की धनी भी आप अच्छी बालोपयोगी पुस्तक सहेजती है। साथ ही बाल उपयोगी रचनाएँ सिलेबस के लिए चुनती भी है। कार्यक्रम की कुछ झलकियाँ।


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