|| संक्षिप्त जीवन परिचय ||
---------------------------------
कवि का नाम : श्यामलाल शमी
जन्म : 15 जून, 1935 ई.
ग्राम-एलमपुर, अलीगढ़ [उ.प्र.]
शिक्षा : एम.कॉम. बारहसैनी कॉलेज
अलीगढ़, आगरा विश्वविद्यालय।
प्रकाशन एवं प्रसारण : पाँखुरियाँ नोंच दीं, हर डगर संत होती है, नयी रोशनी एवं नया उजाला [बाल-गीत संग्रह] एवं 'जो सहा सो कहा' गीत-नवगीत संग्रह प्रकाशित। गीतायन, अधर प्रिया, दहकते स्वर, आस्था के स्वर, ज्योति कलश, सादृश्य, समन्वय आदि काव्य-संग्रहों में गीत-नवगीत संगृहीत। देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में गीत-नवगीत प्रकाशित। 'क्षत्रप सुनें' काव्य- संग्रह यंत्रवत। आकाशवाणी दिल्ली, लखनऊ, अल्मोड़ा, इलाहाबाद तथा दूरदर्शन केंद्र लखनऊ, भोपाल से साक्षात्कार के साथ गीत प्रसारित।
संपादन : 'संघर्ष के स्वर' [दलित-आदिवासी कवि-कवयित्रियों का वृहद काव्य-संकलन] संपादित। 'उत्तर प्रदेश रोजगार पत्रिका' प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय, लखनऊ उ.प्र.तथा श्रावस्ती विशेषांक लखनऊ का संपादन।
सम्मान : दसवाँ अखिल भारतीय हिन्दी साहित्य (युवा मंडल) गाजियाबाद द्वारा वर्ष- 2002 में वरिष्ठ साहित्य-सर्जक,आश्वस्त संस्था उज्जैन द्वारा 1994 में कबीर काव्य-रत्न सम्मान से सम्मानित।
देहावसान : 12 फरवरी, 2019 ई.।
सम्प्रति : उत्तर प्रदेश राज्य सेवायोजन के क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी पद से सेवानिवृत्त उपरांत, जीवन के अंतिम क्षणों तक स्वतंत्र लेखन।
---------------------------------------------------------
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें