परिचय---
डा. अनिल कुमार
जन्म-- 3फरवरी, 1946
कलुगा , सुन्दरगढ़ (ओडिशा )
शिक्षा-- एम.ए.हिन्दी, पी.एच.डी
प्रकाशन-- हिन्दी की प्रायः सभी प्रमुख पत्र- पत्रिकाओं में कविता, कहानी, लेख एवं समीक्षाओं का निरन्तर प्रकाशन।
प्रकाशित कृतियाँ-- उपन्यास ---- केदार गौरी, अचला, अर्धांगनी, स्वर मंजरी, रूपाम्बरा ।
मुक्तक संग्रह-- गाँव पुकारे साँझ सकारे, बेटियाँ।
नवगीत संग्रह--- सोच में डूबी मही है, धड़कन गीत हुई, कितनी आगे बढ़ी सदी।
"सोच में डूबी मही है " नवगीत संग्रह पुरस्कृत।
गृहस्थाश्रम कहानी पुरस्कृत।
आलोचना पुस्तक-- " नयी सदी के नवगीत महत्व एवं मूल्याकंन "
इसके अतिरिक्त कई पुस्तकों का सम्पादन।
सेवा--- अध्यक्ष- भाषा एवं साहित्य (हिन्दी) कालेज ऑफ आर्ट्स, साइन्स एण्ड टेक ., बंडामुडा (ओडिशा)
सम्मान--
नार्थ ओडिशा आदिवासी कल्चरल एसोसिएशन ओडिशा द्वारा " हिन्दी भाषी क्षेत्र में हिन्दी सेवा हेतु।
भारत संचार निगम (लि.) राउरकेला द्वारा हिन्दी के क्षेत्र में बहुमूल्य सहयोग हेतु।
उत्कल मेल समाचार पत्र द्वारा उत्कल मेल सम्मान।(2006)
गौर गौरव सम्मान
बैसवारा हिन्दी शोध संस्थान लालगंज रायबरेली द्वारा " आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी स्मृति सम्मान।
सम्प्रति--सेवानिवृत्ति के बाद स्वतन्त्र लेखन।
सम्पर्क--- ओ /27 , सिविल टाउनशिप, राउरकेला- 769004(ओडिशा)
मोबाइल-- 9437483886 , 8895263904
ईमेल-- dranilkumarsinghdeo@gmail.com
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