शनिवार, 3 जुलाई 2021

कवि परिचय में प्रस्तुत हैं कवि राजेन्द्र गट्टानी प्रस्तुति वागर्थ ब्लॉग

परिचय 
राजेन्द्र गट्टानी
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जन्म 1 सितंबर 1959
शिक्षा : वाणिज्य स्नातकोत्तर
उच्चतम मानवीय मूल्यों के पक्षधर श्री राजेन्द्र गट्टानी सामाजिक विद्रूपताओं और मानवीय विकृतियों पर गहरा कटाक्ष करने वाले व्यंग्य विधा के सशक्त हस्ताक्षर हैं ।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन के साथ ही काव्य मंचों और Tv चैनल्स पर भी सुने जाते रहे हैं । गत एक वर्ष से जब लॉकडाउन पीरियेड में फेसबुक पर लाइव काव्य पाठ का दौर शुरू हुआ तो आपने विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं के माध्यम से लगभग 50 एकल काव्यपाठ किये हैं ।
तीन साझा संकलनों में आपकी रचनाएँ प्रकाशित हुई हैं और स्वयं का मुक्तक संग्रह प्रकाशनाधीन है ।
राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण अनुसंधान केंद्र, मध्यप्रदेश लेखक संघ, जिला पंचायत विदिशा,न्यायालयीन कर्मचारी संघ,अ.भा.माहेश्वरी युवा संगठन, रोटरी क्लब तथा सत्य समाज के साथ ही फेसबुक पर कविता को समर्पित प्रतिष्ठित समूह कवितालोक द्वारा सम्मान प्राप्त श्री राजेन्द्र गट्टानी साप्ताहिक समाचार पत्र "शब्दशूल" के सम्पादक और माहेश्वरी समाज भोपाल की मासिक पत्रिका "शिवांशु दर्पण" के सलाहकार सम्पादक भी रहे हैं ।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में निवासरत श्री राजेन्द्र गट्टानी का संपर्क न. 8770221707 है ।
 जन्म 1 सितंबर 1959
शिक्षा : वाणिज्य स्नातकोत्तर

9 टिप्‍पणियां:

  1. भाई साहब अतुलनीय प्रतिभा के धनी हैं। भाव को भाव से उतार दूं कागज पर, हूं बस इतने की तलबगार थी कल्पना की, जिसे भाई साहब ने हमेशा ही पूरा किया है।। सदैव ही अपने भावों को उत्कृष्ठ शब्दों में बडी ही सहजता से जान जान के हृदय तक पहुंचते रहे है, यह तो हमारा सौभाग्य है कि भाईसाहब के विशिष्ट लेखन को पढ़ने और सुनने का हमे अवसर मिलता है। साथ ही भाई साहब के सानिध्य में बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है।

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  2. - पुनीत माहेश्वरी मिज़ाजी, भोपाल

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  3. भाई साहब अतुलनीय प्रतिभा के धनी हैं। भाव को भाव से उतार दूं कागज पर, हूं बस इतने की तलबगार थी कल्पना की, जिसे भाई साहब ने हमेशा ही पूरा किया है।। सदैव ही अपने भावों को उत्कृष्ठ शब्दों में बडी ही सहजता से जन जन के हृदय तक पहुंचते रहे है, यह तो हमारा सौभाग्य है कि भाईसाहब के विशिष्ट लेखन को पढ़ने और सुनने का हमे अवसर मिलता है। साथ ही भाई साहब के सानिध्य में बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है
    - पुनीत माहेश्वरी मिज़ाजी, भोपाल

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  4. बहुत-बहुत धन्यवाद पुनीत ।।

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  5. आदरणीय सर नमन 🙏
    आपका हर क्षेत्र में गहन ज्ञान है। आपका मार्गदर्शन मिलना परम सौभाग्य है 🙏🌷

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  6. *आदरणीय राजेन्द्र जी सादर नमन🙏आपकी गिनती देश के वरिष्ठ व्यंगकार कवि के रूप में होती है,,,आपकी कलम की तेज धार पाठक को चिंत्तन करने के लिए मजबूर और उत्साहित करती है,,,आपसे मेरा परिचय एक पारिवारिक सदस्य की तरह है यह मेरे लिए गर्व की बात है,,,आपका लेखन ताउम्र पढमे को मिलता रहे यही शुभेच्छा है।।
    पूजा कृष्णा( इंदौर )

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  7. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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